दीपावली में प्रजापति कुम्हार माटी शिल्पी व्यवसायिओं को मुख्य हाट एवं बाजार में स्थान उपलब्ध करायेगी सरकार ! नही देना होगा कोई शुल्क।
PUBLISHED : Oct 18 , 10:02 AM
दीपावली में प्रजापति कुम्हार माटी शिल्पी व्यवसायिओं को मुख्य हाट एवं बाजार में स्थान उपलब्ध करायेगी सरकार ! नही देना होगा कोई शुल्क।
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यह आदेष पत्र क्रमांक : 09/माकबो/यो कि/2022 023/687 भेापाल दिनांक 17 अक्टूबर 2022 को जारी किया इसकी प्रतिलिपि मध्यप्रदेश शासन की तरफ से सभी कलेक्टर एवं जिला पंचायत विभाग सहित सभी अन्य विभाग को भेजी जा चुकी है।
जी हां दिपावली के शुभ अवसर आते ही लोगो के घरो में रौनक तभी होती है जब कुम्हार द्वारा बनाये दीपक से दिये जलाये जाते है शास्त्र के अनुसार मिटटी के दीपक जलाने पर ही घर में लक्ष्मी का आगमन होता है। इसकी मांग को देखते हुए मध्यप्रदेष शासन के माटी कला बार्ड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं आईए एस अनुभा श्रीवास्तव ने मध्यप्रदेष के सभी कलेक्टरो को एक पत्र जारी किया जिसमे लिखा गया है कि परम्परागत प्रजापति कुम्हार जो माटी षिल्पी का कार्य करते आ रहे है उन्हे प्रदेष के सभी शहरी क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्र में लगने वाले बाजार में मुख्य स्थानो पर दिवाली पर दीपक लक्ष्मी जी अथवा अन्य माटी से जुड़ी वस्तुओं के लिए जगह आवंटित की जाये साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा जाये कि उनसे किसी भी प्रकार को कोई शुल्क वसूली नही की जाये।
दिपावली पर्व पर माटीकला उत्पादोे को बढ़ावा देने के लिये मध्यप्रदेश के सभी नगरीय निकाय एवं ग्रामीण क्षेत्रो मे निवास करने वाले कुम्हार समुदाय को परम्परागत शिल्पी द्वारा मिटटी के दीपक एवं अन्य उत्पादनो का निर्माण करते है। अत इन्हे प्रमुखता से विभिन्न त्यौहारो के अवसरों पर बाजारो में अपने उत्पाद के विक्रय करने के लाया जाता है जो इनका जीवन यापन का मुख्य आधार है।
ऐसे प्रमुख पर्व दीपावली के अवसर पर माटीकला क्षेत्र के जुडे षिल्पयों कारीगरों को नगरीय निकाय ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाले हाट बाजारो में उचित स्थान नही मिल पाता है जबकि शिल्पियों की आय अल्प होती है। स्थानीय निकायों द्वारा इनके विभिन्न प्रकार के कर वसुले जाते है इसके अलावा कुम्हार समाज के परम्परागत शिल्पियों उद्यमियों द्वारा बनाये गये दीपक एवं माटी के अन्य उत्पाद काफी नाजुक होते है अतः कृपया परम्परागत माटी शिल्पियों को उनके माटी उत्पादों को बढावा देने के लिए स्थानीय निकायो ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाले हाट बाजारो में उचित स्थान उपलब्ध कराकर विक्रय की व्यवस्था कराये जायने का कष्ट करे साथ ही इन षिल्पियों से किसी भी प्रकार की वसूली नही की जाए ताकि मिटटी के दीयो के उपयोग को प्रात्साहित करे।
अनुभा श्रीवास्तव
आईएएस
मुख्यकार्यपालन अधिकारी
