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आज से पितृपक्ष शुरू, चंद्र ग्रहण के बीच जानें श्राद्ध व तर्पण का सही तरीका
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Sep 07 , 9:09 AM
पितृपक्ष, जिसे श्राद्ध पक्ष भी कहा जाता है, हर वर्ष भाद्रपद पूर्णिमा से आरंभ होकर आश्विन अमावस्या तक चलता है और इसे पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए अत्यंत पवित्र समय माना जाता है। इन 16 दिनों के दौरान लोग तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध जैसे कर्मकांड करके पितरों को स्मरण करते हैं।
इस साल पितृपक्ष की शुरुआत के साथ 7 सितंबर को पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा, जो भारत सहित एशिया, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, अमेरिका और न्यूजीलैंड तक दिखाई देगा। यह ग्रहण रात 9:57 बजे शुरू होकर 8 सितंबर की रात 1:26 बजे तक चलेगा।
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सावन में शिव पूजा में जरूर शामिल करना चाहिए बेलपत्र, महिमा है अपरम्पार, होती है संतान की प्राप्ति
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Jul 26 , 3:09 PM
भगवान शिव को सावन माह में बेलपत्र अर्पित करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। बीती 4 जुलाई से श्रावण मास शुरू हुआ है। इस बार 59 दिनों का सावन माह है। सावन में प्रत्येक दिन या फिर सावन सोमवार को बेलपत्र के उपाय करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और उनके आशीर्वाद से धन-दौलत प्राप्त होती है। इतना ही नहीं, शिव कृपा से संतान सुख और कार्य में सफलता भी मिलती है। सावन मास में हर शिवभक्त भगवान शिव की पूजा बड़े भाव से करते है। शिवालयों को सजाने के काम में शिवभक्त प्रतिदिन सुबह व शाम बेलपत्र का उपयोग किए जाते हैं। बेलपत्र चढ़ाने की महता को लेकर शिव भक्त बेलपत्र के व्यवस्था में लग गए हैं। जिससे भोलेनाथ की कृपा उनके ऊपर बनी रहे।
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आज से होगी मां दुर्गा की पूजा: कब होगा का श्रेष्ठ समय नवरात्र के लिए
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Sep 25 , 9:37 PM
आज से नवरात्र शुरू हो रहे है इस समय नवरात्र हिंदू धर्म ग्रंथ एवं पुराणों के अनुसार माता भगवती की आराधना के लिए उत्तम समय होता है। भारत में नवरात्र का पर्व एक ऐसा पर्व है जो हिन्दू समाज की संस्कृति में महिलाओं के गरिमामय स्थान को दर्शाता है। वर्ष में चार नवरात्र चौत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ महीने की शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तक नौ दिन के होते हैं, परंतु प्रसिद्धि में चौत्र और आश्विन के नवरात्र ही मुख्य माने जाते हैं। इनमें भी देवीभक्त आश्विन के नवरात्र अधिक करते हैं। इनको यथाक्रम वासंती और शारदीय नवरात्र भी कहते हैं। इनका आरंभ क्रमशः चैत्र और आश्विन शुक्ल प्रतिपदा से होता है। यह प्रतिपदा सम्मुखी शुभ माना जाता है।
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गणेश चतुर्थी : यह उपाय दूर होंगी बाधाएँ, गणेश चतुर्थी 2022: शुभ मुहूर्त व पूजा विधि
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Aug 30 , 5:30 PM
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को धर्म ग्रंथों में शिवपुत्र श्री गणेशजी का प्राकट्य बताया गया हैं। इस बार यह दिन 31 अगस्त बुधवार को पड़ रहा है। इस दिन देशभर में गणेश उत्सव का पर्व बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। हालांकि चतुर्थी तिथि की शुरुआत 30 अगस्त दोपहर 03 बजकर 33 मिनट से हो जाएगी। लेकिन गणेश चतुर्थी व्रत पूजन तिथि 31 अगस्त को होगी।
यह दिन ज्योतिष की दृष्टि से भी बहुत महत्व रखता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि आपके जीवन में किसी प्रकार की कोई बाधा है तो उसे दूर करने के लिए गणेश चतुर्थी पर कुछ उपाय हैं जिनको करने से आपकी समस्त बाधाएँ समाप्त हो जाएंगी। आज हम अपने पाठकों को कुछ ऐसे ही उपाय बताने जा रहे हैं जिनको गणेश चतुर्थी के दिन करने से बाधाओं से मुक्ति पा सकते हैं—
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महिलाओं के उल्लास का त्योहार है हरियाली तीज
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Jul 27 , 6:23 AM
हरियाली तीज का उत्सव श्रावण मास में शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाया जाता है। मुख्यत: यह स्त्रियों का त्योहार है। इस समय जब प्रकृति चारों तरफ हरियाली की चादर सी बिछा देती है तो प्रकृति की इस छटा को देखकर मन पुलकित होकर नाच उठता है। जगह-जगह झूले पड़ते हैं। स्त्रियों के समूह गीत गा-गाकर झूला झूलते हैं। श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को ‘श्रावणी तीज’ कहते हैं। इसे ‘हरितालिका तीज’ भी कहते हैं। जनमानस में यह हरियाली तीज के नाम से जानी जाती है…
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नवरात्र 2022 : राशि अनुसार इन मंत्रों के जाप से मातारानी की होती है कृपा
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Apr 03 , 6:46 PM
शनिवार 2 अप्रैल से चैत्र नवरात्र की शुरूआत होने जा रही है। इस दिन सुबह मंदिरों में घट स्थापना की जाएगी और उसके बाद नवरात्र के व्रत शुरू होंगे। इस बार नवरात्र पूरे नौ दिन चलेंगे। पिछले कुछ वर्षों से नवरात्र की एक तिथि का लगातार क्षय होता आ रहा था जिसके कारण यह पूरे नौ दिन नहीं हो पा रहे थे।
इन 9 दिनों में माता रानी के विविध रूपों की पूजा अर्चना की जाती है। भक्तगण इन नौ दिनों में मातारानी की पूजा अर्चना करते हैं और उनका आशीर्वाद पाना की लालसा रखते हैं ताकि जीवन में आ रही समस्याओं का निराकरण हो सके। कई भक्त आस्था दिखाते हुए पूरे नौ दिन व्रत-उपवास भी करते हैं। इन दिनों में कन्याओं के दान का बहुत महत्व है जिससे मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और आशीर्वाद देती हैं। इस बार नवरात्रि घटस्थापना का मुहूर्त 2 अप्रैल 2022 शनिवार को सुबह 6 बजकर 22 मिनट से 8 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।
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शिव भक्तों का महापर्व -महाशिवरात्रि : रोग-दोष खत्म करने वाला व्रत
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Feb 27 , 7:07 AM
महाशिवरात्रि अथवा शिवरात्रि हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है। इसे शिव चौदस या शिव चतुर्दशी भी कहा जाता है। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। महाशिवरात्रि पर रुद्राभिषेक का बहुत महत्त्व माना गया है और इस पर्व पर रुद्राभिषेक करने से सभी रोग और दोष समाप्त हो जाते हैं। शिवरात्रि हर महीने में आती है, परंतु फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को ही महाशिवरात्रि कहा गया है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार सूर्य देव भी इस समय तक उत्तरायण में आ चुके होते हैं तथा ऋतु परिवर्तन का यह समय अत्यंत शुभ कहा गया है
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संवारना चाहते हैं जीवन तो बसंत पंचमी पर करें यह काम
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Feb 05 , 6:20 PM
माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी है, जिसे बसंत पंचमी के तौर पर मनाया जाता है। कहा जाता है कि बसंत पंचमी के दिन ही मां सरस्वती का प्राकट्य हुआ था और पूरे संसार को ध्वनि का उपहार मिला था। आज के दिन ज्ञान और बुद्धि-विवेक की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती का पूजन कर उनका आशीर्वाद ग्रहण किया जाता है।
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सूर्योपासना का अनुपम लोक पर्व - छठ पूजा
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Nov 07 , 6:37 PM
उत्तराखंड का उत्तरायण पर्व हो या केरल का ओणम, कर्नाटक की रथसप्तमी हो या बिहार का छठ पर्व, सभी इसके द्योतक हैं कि भारत मूलतः सूर्य संस्कृति के उपासकों का देश है तथा बारह महीनों के तीज-त्योहार सूर्य के संवत्सर चक्र के अनुसार मनाए जाते हैं। छठ से जुड़ी पौराणिक मान्यताओं और लोकगाथाओं पर गौर करें तो पता चलता है कि भारत के आदिकालीन सूर्यवंशी भरत राजाओं का यह मुख्य पर्व था। मगध के राजनीतिक इतिहास के साथ भी छठ की ऐतिहासिक कडि़यां जुड़ती हैं…
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पांच साल बाद बन रहा शुभ योग : करवा चौथ
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Oct 18 , 6:40 AM
हिंदू धर्म में करवा चौथ सुहागन स्त्रियों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन सुहागिनें पति की दीर्घायु व सुखी वैवाहिक जीनव की कामना के लिए निर्जला (बिना पानी के) उपवास रखती हैं। हर सुहागिन स्त्री के लिए इस दिन का बेसब्री से इंतजार होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवाचौथ का व्रत किया जाता है। इस दिन महिलाएं रात्रि में चंद्रमा को अर्घ्य देने के पश्चात व्रत का पारण करती हैं। इस बार करवाचौथ का व्रत बेहद खास होने वाला है क्योंकि इस वर्ष करवा चौथ पर शुभ संयोग बन रहा है।
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बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है दशहरा
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Oct 14 , 7:35 PM
विजय दशमी या विजयादशमी अथवा दशहरा आश्विन शुक्ल दशमी को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह भारत का राष्ट्रीय त्योहार है। रामलीला में जगह-जगह रावण वध का प्रदर्शन होता है। क्षत्रियों के यहां शस्त्रों की पूजा होती है। ब्रज के मंदिरों में इस दिन विशेष दर्शन होते हैं। इस दिन नीलकंठ का दर्शन बहुत शुभ माना जाता है। यह त्योहार क्षत्रियों का माना जाता है। इसमें अपराजिता देवी की पूजा होती है। यह पूजन भी सर्वसुख देने वाला है। दशहरा या विजया दशमी नवरात्रि के बाद दसवें दिन मनाया जाता है।
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अमावस्या को होगा पितृपक्ष का समापन, इस दिन जरूर करें यह काम
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Oct 05 , 8:49 AM
श्राद्धपक्ष के दो दिन बाकी हैं। इन दिनों में सभी अपने पूर्वजों का श्राद्ध करते हुए उनकी आत्मा को संतृप्त करते हैं। कहा जाता है कि इन 15 दिनों में पितृ धरती पर आते है और घर में विराजते हैं। सर्वपितृ अमावस्या के साथ इस पितृपक्ष का समापन होता है। इस दिन को पितृविसर्जनी अमावस्या के तौर पर भी जाना जाता हैं। भूले-बिसरे पितरों का भी सर्वपितृ अमावस्या के दिन श्राद्ध किया जाता है। इस दिन उन लोगों का भी श्राद्ध किया जाता है जिनकी तिथि में कोई भूल हो जाती है। हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे उपाय जो इस दिन जरूर करने चाहिए—
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सावन सोमवार व्रत का शिव पुराण में काफी महत्व
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Jul 24 , 7:26 AM
श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव के निमित्त व्रत किए जाते हैं। इस मास में शिव की पूजा का विशेष विधान है। कुछ भक्त तो पूरे मास ही भगवान शिव की पूजा-आराधना और व्रत करते हैं। अधिकांश व्यक्ति केवल श्रावण मास में पड़ने वाले सोमवार का ही व्रत करते हैं। श्रावण मास के सोमवारों में शिव के व्रतों, पूजा और शिव जी की आरती का विशेष महत्त्व है। शिव के ये व्रत शुभदायी और फलदायी होते हैं। इन व्रतों को करने वाले सभी भक्तों से भगवान शिव बहुत प्रसन्न होते हैं। यह व्रत भगवान शिव की प्रसन्नता के लिए किए जाते हैं। व्रत में भगवान शिव का पूजन करके एक समय ही भोजन किया जाता है। व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान कर शिव पंचाक्षर मंत्र का जप करते हुए पूजन करना चाहिए…
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