भिवंडी में ड्रेनेज में उतरे पिता-पुत्र की हुई मौत
PUBLISHED : Sep 01 , 8:41 AM
भिवंडी में ड्रेनेज में उतरे पिता-पुत्र की हुई मौत
भिवंडी के अवचितपाडा स्थित एक तबेले में सफाई का काम करने वाले मजदूर पिता-पुत्र की ड्रेनेज लाइन के अंदर जाने से मौत हो गई। ड्रेनेज लाइन के अंदर से गैरकानूनी तरीके से जोड़े गए नल कनेक्शन को देखने के लिए पहले बेटा रमेश राठौर (19) गया था और बाद में बेटे को देखने लिए पिता चंद्रकांत राठौर (50) भी ड्रेनेज में उतर गया था। अग्निशमन दल ने बाद में ड्रेनेज लाइन के भीतर से दोनों की लाशें निकालीं।
पुलिस के अनुसार, अवचित पाड़ा में इम्तियाज मोमिन का भैंस का तबेला है, जिसमें लगभग डेढ़ सौ भैंस हैं| तबेले से निकलने एवं तबेले आदि की सफाई का काम चंद्रकांत एवं उनका लडका रमेश करते थे| आसपास के लोगों ने बताया कि तबेले की सफाई एवं भैसें धोने के लिए तबेला मालिक ने ड्रेनेज के अंदर से गैरकानूनी तरीके से नल जोड़ा था। बिजली की मोटर से खींचकर ड्रेनेज लाइन के पानी का उपयोग तबेले की सफाई एवं भैसों को ढोने आदि के लिए किया जाता था। तबेले के गंदे पानी से ड्रेनेज लाइन आए दिन जाम हो जाती थी और सफाई के लिए मजदूरों को ड्रेनेज लाइन के अंदर भेजा जाता था।
शुक्रवार की सुबह तबेले की सफाई करने के लिए नल में पानी नहीं आ रहा था। इसे देखने के लिए रमेश राठौर ड्रेनेज लाइन के मेनहोल से अंदर गया, लेकिन अंदर जाने के लगभग 15 मिनट बाद भी जब रमेश बाहर नहीं आया तो उसके पिता चंद्रकांत राठौर उसे देखने के लिए ड्रेनेज लाइन के मेनहोल से अंदर गए। वे भी ड्रेनेज लाइन के अंदर से काफी देर तक वापस नहीं आए। अन्य मजदूरों ने जब ड्रेनेज लाइन के मेनहोल से अंदर देखा तो दोनों पिता-पुत्र अंदर चिपके हुए थे। मजदूरों ने इसकी सूचना तुरंत तबेला मालिक इम्तियाज मोमिन को दी। तबेला मालिक इम्तियाज की सूचना पर घटनास्थल पर पहुंचे अग्निशमन दल ने ड्रेनेज लाइन के अंदर से पिता-पुत्र की लाश निकाली। उन्हें आईजीएम उपजिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।