बीएसएनएल को 1.64 लाख करोड़
PUBLISHED : Jul 28 , 9:28 AM
बीएसएनएल को 1.64 लाख करोड़
दूरसंचार कंपनी को घाटे से बाहर निकालने के लिए सरकार ने उठाया कदम
बीएसएनएल को घाटे से बाहर निकालने के लिए सरकार ने 1.64 लाख करोड़ रुपए का पैकेज जारी करने का फैसला लिया है। कैबिनेट ने साथ ही बीएसएनएल और भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड (बीबीएनएल) के मर्जर को भी हरी झंडी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
इस मर्जर से बीबीएनएल के 5.67 लाख किलोमीटर के ऑप्टिकल फाइबर का पूरा कंट्रोल बीएसएनएल हाथों में आ जाएगा। मंत्रिमंडल ने साथ ही देश के सभी गांवों तक 4जी मोबाइल सर्विसेज पहुंचाने के लिए एक प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। यह काम यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंडके जरिए किया जाएगा।
इस पर करीब 26,316 करोड़ रुपए की लागत आएगी। कैबिनेट की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी दी। दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा लिए गए फैसले के बारे में बताया कि सरकार बीएसएनएल को 4जी सेवाओं की पेशकश करने के लिए स्पेक्ट्रम आबंटित करेगी। बीएसएनएल के रिवाइवल के लिए 1.64 लाख करोड़ रुपए के पैकेज को मंजूरी दी है। पैकेज के तीन हिस्से हैं। इनमें सेवाओं में सुधार, बहीखातों को मजबूत करना और फाइबर नेटवर्क का विस्तार शामिल है। बीएसएनएल के 33,000 करोड़ रुपए के वैधानिक बकाए को इक्विटी में बदला जाएगा। साथ ही कंपनी इतनी ही राशि (33,000 करोड़ रुपए) के बैंक कर्ज के भुगतान के लिए बॉन्ड जारी करेगी।
दूसरे दिन 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में लगी कुल 1.49 लाख करोड़ रुपए की बोली
नई दिल्ली। देश में यथाशीघ्र 5जी सेवा शुरू करने के लिए जारी स्पेक्ट्रम नीलामी के दूसरे दिन कुल मिलाकर कंपनियों ने 1.49 लाख करोड़ रुपए की बोली लगाई है। संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार के कहा कि नीलामी अभी जारी है और गुरुवार को फिर से बोली लगेगी। बुधवार को कुल मिलाकर नौ चक्र की बोलियां संपन्न हुई है, जिसमें कुल मिलाकर 1.49 लाख करोड़ रुपए की बोली लगाई गई है।
इस निलामी में मुख्य रूप से रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और अदाणी समूह शामिल है। अदाणी समूह प्राइवेट नेटवर्क के लिए 5जी स्पेक्ट्रम खरीदने के लिए बोली लगा रहा है। कंपनियां 5जी नेटवर्क मिलने के बाद इस साल के अंत तक या अगले वर्ष के प्रारंभ में देश में 5जी सेवाएं शुरू कर सकती हैं। 5जी नेटवर्क 4जी नेटवर्क की तुलना में कम से 10 गुना तेज होगा।